Raghuram Rajan

रघुराम राजन

जन्म: 3 फ़रवरी, 1963, भोपाल, मध्य प्रदेश

कार्यक्षेत्र: अर्थशाष्त्री, प्राध्यापक

पद: भारतीय रिजर्व बैंक के 23वें गवर्नर, अन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री

शैक्षिक सम्बद्धता: मासाचुसेट्स इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (पीएच॰डी॰), इण्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेण्ट अहमदाबाद (एम॰बी॰ए॰), इण्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली (बी॰टेक॰)

रघुराम गोविंद राजन एक भारतीय अर्थशाष्त्री और भारतीय रिजर्व बैंक के 23वें गवर्नर हैं। इससे पूर्व राजन तत्कालीन प्रधानमन्त्री, मनमोहन सिंह के प्रमुख आर्थिक सलाहकार व शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर थे। सन 2003-2006 के मध्य वे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख अर्थशास्त्री व अनुसंधान निदेशक रहे। उन्होंने योजना आयोग (भारत) द्वारा नियुक्त वित्तीय सुधार समिति का नेतृत्व भी किया।

रघुराम राजन मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी (एम.आई.टी.) के अर्थशास्त्र विभाग और स्लोन स्कूल ऑफ मैनेजमेण्ट, केलौग स्कूल ऑफ मैनेजमेण्ट और स्टॉकहोम स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स में अतिथि प्रोफेसर भी रहे हैं। राजन ने भारतीय वित्त मन्त्रालय, विश्व बैंक, फेडरल रिजर्व बोर्ड और स्वीडिश संसदीय आयोग के सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है।

प्रारंभिक जीवन

रघुराम गोविन्द राजन का जन्म 3 फ़रवरी, 1963 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक तमिल परिवार में हुआ। उनके पिता ‘इंटेलिजेंस ब्यूरो’ (भारत) में एक वरिष्ठ अधिकारी थे। उन्होंने कक्षा 7 से 12 तक की पढ़ाई दिल्ली स्थित डी.पी.एस. आर.के. पुरम से की। इसके पश्चात उन्होंने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (आई.आई.टी) दिल्ली में दाखिला लिया जहाँ से सन 1985 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की। इसके उपरान्त उन्होंने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, अहमदाबाद, से प्रबंधन की पढ़ाई की।

राजन प्रारंभ से ही पढ़ाई में होशियार थे। इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (आई.आई.टी) दिल्ली में उन्हें डायरेक्टर्स गोल्ड मैडल और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, अहमदाबाद, में भी उन्हें गोल्ड मैडल प्राप्त हुआ।

प्रबंधन की पढ़ाई के बाद उन्होंने सन 1991 में एम.आई.टी. के स्लोन स्कूल ऑफ मैनेजमेण्ट से प्रबंधन विषय में पी.एच.डी. किया। उनके थीसिस का शीर्षक था ‘एसेज ऑन बैंकिंग’।

करियर

पी.एच.डी. पूरा करने के बाद राजन शिकागो यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हो गए। सन 1996 में उनकी नियुक्ति केलौग स्कूल ऑफ मैनेजमेण्ट और स्टॉकहोम स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स में अतिथि प्रोफेसर के तौर पर हुई। सन 2003 में वे ‘अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष’ में बतौर आर्थिक सलाहकार और अनुसंधान निदेशक (मुख्य अर्थशास्त्री) नियुक्त हुए। दिसम्बर 2006 तक उन्होंने इस इस पद पर कार्य किया। जनवरी 2003 में उन्हें ‘अमेरिकन फाइनेंस एसोसिएशन’ द्वारा प्रथम ‘फिशर ब्लैक प्राइज’ दिया गया। यह सम्मान 40 से कम उम्र के अर्थशाश्त्रियों को वित्तीय सिद्धान्त और अभ्यास में योगदान के लिए दिया जाता है।

सन 2005 में उनके एक विवादास्पद शोधपत्र ‘हैज फाइनेंसियल डेवलपमेंट मेड द वर्ल्ड रिस्किअर’ ने समूचे अर्थ जगत को चौंका दिया। इस शोधपत्र के माध्यम से उन्होंने स्थापित किया कि अन्धाधुन्ध विकास से विश्व में आर्थिक आपदा हावी हो सकती है।

सन 2007 में वे अपने शैक्षणिक करियर में कुछ समय के लिए वापस लौटे। सन 2008 में उन्हें भारतीय योजना आयोग द्वारा नियुक्त वित्तीय सुधार समिति का अध्यक्ष बनाया गया।

सन 2010 में उन्होंने ‘फाल्ट लाइन्स: हाउ हिडन फ्रैक्चर्स स्टिल थ्रैटन द वर्ल्ड इकॉनमी’ लिखी जिसके लिए उन्हें साल 2010 का ‘फाइनेंसियल टाइम्स-गोलमैन सैक्स’ ‘बेस्ट बिज़नस बुक’ पुरस्कार दिया गया। सन 2010 में ‘फोरेन पालिसी मैगज़ीन’ ने उन्हें ‘टॉप ग्लोबल थिंकर्स’ की सूचि में स्थान दिया।

रघुराम राजन ‘ग्रुप ऑफ़ थर्टी’ के सदस्य भी हैं। यह विश्व के अग्रणी अर्थशाश्त्रियों, वित्त प्रबंधकों और शिक्षाविदों का एक समूह है। सन 2011 में वे ‘अमेरिकन फाइनेंस एसोसिएशन’ के अध्यक्ष थे और वर्तमान में ‘अमेरिकन अकैडमी ऑफ़ आर्ट्स एंड साइंसेज’ के भी सदस्य हैं।

सन 2007 में उन्हें भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आर्थिक सलाहकार बनाया गया। उसी साल उनकी अध्यक्षता में एक ‘वित्तीय सुधार समिति’ ने योजना आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपी।

10 अगस्त 2012 को रघुराम राजन को भारत सरकार का मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया। उन्होंने कौशिक बासु का स्थान लिया था। 6 अगस्त 2013 को उन्हें भारतीय रिज़र्व बैंक का अगला गवर्नर बनाने की घोषणा हुई और 4 सितम्बर 2013 को उन्हें डी. सुब्बाराव के स्थान पर भारतीय रिज़र्व बैंक का गवर्नर नियुक्त किया गया।

ऐसा माना जा रहा है कि सन 2016 में वे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अध्यक्ष क्रिस्टीन लगार्दे का स्थान लेंगे।

पुरस्कार और सम्मान

सन 2003 में उन्हें ‘अमेरिकन फाइनेंस एसोसिएशन’ द्वारा प्रथम ‘फिशर ब्लैक प्राइज’ दिया गया
सन 2013 में उन्हें ‘ड्यूश बैंक प्राइज फॉर फाइनेंसियल इकोनॉमिक्स’ प्रदान किया गया
सन 2014 में ‘यूरोमनी पत्रिका’ ने उन्हें ‘बेस्ट सेंट्रल बैंक गवर्नर अवार्ड फॉर 2014’ से सम्मानित किया
लन्दन स्थित आरती पत्र ‘सेंट्रल बैंकिंग’ ने उन्हें ‘गवर्नर ऑफ़ द इयर अवार्ड 2014’ से सम्मानित किया
सन 2010 में उन्हें ‘फाइनेंसियल टाइम्स-गोलमैन सैक्स’ ‘बेस्ट बिज़नस बुक’ पुरस्कार दिया गया
व्यक्तिगत जीवन

रघुराम राजन का विवाह राधिका पुरी से हुआ जो आई.आई. एम अहमदाबाद में उनकी सहपाठी थीं। राधिका वर्तमान में शिकागो लॉ स्कूल में प्रवक्ता के तौर पर कार्यरत हैं। राजन दंपत्ति के एक पुत्र और एक पुत्री है। राजन शाकाहारी हैं और टेनिस और स्क्वाश खेलना उन्हें बहुत पसंद है। वे कॉलेज के दिनों से ही क्विज प्रतियोगिताओं में भाग लेते आये हैं और 1980 के दशक में अपने कुछ मित्रों के साथ क्विज प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय टी.वी. पर भी दिखे थे। मुंबई मैराथन 2015 समेत उन्होंने कई मैराथन में भी भाग लिया है।

टाइम लाइन (जीवन घटनाक्रम)

1963: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जन्म हुआ

1985: आई.आई.टी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग किया

1987: आई.आई.एम. अहमदाबाद से प्रबंधन की पढ़ाई की

1991: एम.आई.टी के स्लोअन बिज़नस स्कूल से पी.एचडी. किया

1991: शिकागो यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर अपना करियर प्रारंभ किया

1995: पूर्ण प्रोफेसर बन गए

2003: ‘अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष’ में बतौर आर्थिक सलाहकार और अनुसंधान निदेशक (मुख्य अर्थशास्त्री) नियुक्त हुए

2003: ‘अमेरिकन फाइनेंस एसोसिएशन’ द्वारा प्रथम ‘फिशर ब्लैक प्राइज’ प्राप्त हुआ

2007: वापस शिक्षण कार्य में चले गए

2008: भारतीय योजना आयोग द्वारा नियुक्त वित्तीय सुधार समिति का अध्यक्ष बनाया गया

2010: ‘फाइनेंसियल टाइम्स-गोलमैन सैक्स’ ‘बेस्ट बिज़नस बुक’ पुरस्कार दिया गया

2012: 10 अगस्त को भारत सरकार का मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया

2013: 4 सितम्बर को उन्हें डी. सुब्बाराव के स्थान पर भारतीय रिज़र्व बैंक का गवर्नर नियुक्त किया गया